प्रदेश की बहुउद्देशीय व विद्युत परियोजनाएं
* रिहंद परियोजना :- रिहंद परियोजना के अंतर्गत मिर्जापुर जिले में पिपरी स्थान पर सोन नदी की सहायक हीरा रिहंद नदी पर बांध बनाया गया है | इसमें 50-50 हजार किलोमीटर विद्युत क्षमता वाली 6 इकाइयां स्थापित की गई हैं इस प्रकार इसकी कुल विद्युत क्षमता 3 लाख किलोवाट है |
* ओबरा जल विद्युत केंद्र :- रिहंद बांध से लगभग 25 किलोमीटर उत्तर में ओबरा स्थान पर रिहंद नदी पर ही एक दूसरा बांध बनाया गया है जिसे ओबरा बांध कहते हैं | ओबरा बांध में बने बिजलीघर में विद्युत पैदा करने वाली 6 मशीनें लगी हैं इस विद्युत गृह से 300 मेगावाट विद्युत प्राप्त होती है |
* माताटीला बांध :- झांसी के निकट बेतवा नदी पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सहयोग से एक बांध बनाया गया है | बांध के नीचे की और 30,000 किलोवाट क्षमता वाले गृह का निर्माण किया गया है |वर्तमान समय में इस बांध का नाम बदलकर रानी लक्ष्मीबाई बांध कर दिया गया है |
* राजघाट बांध परियोजना :- इस परियोजना में उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश संयुक्त रूप से कार्यरत है | यह योजना 123 करोड रुपए की लागत से तैयार की गई है इस परियोजना के द्वारा बेतवा नदी के जल का सही उपयोग हो रहा है |
* गंगा विद्युत क्रम :- प्रदेश में ऊपरी गंगा नहर पर हरिद्वार से अलीगढ़ के मध्य पथरी( सहारनपुर 2040000 किलोवाट),मुहम्मदपुर (सहारनपुर 9,300 किलोवाट ),नीरगजनी ( मुजफ्फरनगर 4000 किलोवाट), चितौरा( मुजफ्फरनगर 3,000 किलोवाट ),सलखा (मुजफ्फरनगर 4,000 किलोवाट ) भोला ,(मेरठ 27,000 किलोवाट ),पलरा( बुलंदशहर 6,000 किलोवाट) तथा सुमेरा (अलीगढ़ 2,000 किलोवाट) आदि स्थानों पर बांध बनाकर कृत्रिम झरनों की सहायता से जल विद्युत उत्पन्न की जाती है इन सभी विद्युत ग्रहों को एक श्रंखला में जोड़कर एक विद्युत क्रम (गंगा विद्युत क्रम) का निर्माण किया गया है |
* नरौरा परमाणु शक्ति परियोजना :- प्रदेश के बुलंदशहर जिले में नरौरा नामक स्थान पर किस परमाणु शक्ति योजना का निर्माण किया गया है इस परियोजना की कुल 2 इकाइयां हैं जिनकी संयुक्त क्षमता 470 मेगावाट है
* गोविंद बल्लभ सागर परियोजना :- उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर नगर से 161 किलोमीटर दूर स्थित पिपरी नामक स्थान पर यह परियोजना स्थित है यह प्रदेश की एक महत्वपूर्ण एवं विशाल योजना है इसका दूसरा नाम रिहंद बांध परियोजना भी है |
* गंडक परियोजना :- इस परियोजना में उत्तर प्रदेश तथा बिहार दोनों शामिल है नेपाल को भी इस परियोजना से विद्युत की सुविधाएं उपलब्ध है |
* शारदा जल विद्युत परियोजना :- शारदा जल विद्युत परियोजना के अंतर्गत शारदा नहर पर बनवासा नामक स्थान से 14 किलोमीटर दूर एक जल विद्युत गृह की स्थापना की गई है| जिसकी विद्युत उत्पादन क्षमता 41,400 किलोवाट है|
* हरदुआगंज ताप विद्युत गृह :- हरदुआगंज ताप विद्युत गृह की स्थापना 1942 में अलीगढ़ के निकट की गई थी 100 मेगावाट की क्षमता वाले इस विद्युत ग्रह का ऐसा प्लान निर्मित किया गया है कि आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाकर 800 मेगावाट किया जा सकता है |