अध्याय 17 : तारे एवं सौर परिवार | Stars and Solar System

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सौरमंडल किसे कहते है। खगोलीय पिंड। पूर्णिमा एवं अमावस्या चन्द्रमा । ग्रह – उपग्रह मानव निर्मित उपग्रह । तारा – ध्रुव तारा। सूर्य पृथ्वी।

 

❍ खगोलीय पिंड : – सूर्य , चंद्रमा तथा वे सभी वस्तुएँ जो रात के समय आसमान में चमकती है , खगोलीय पिंड कहलाती हैं।

 

○ चंद्रमा :- हमारी पृथ्वी के पास केवल एक उपग्रह है , चंद्रमा। इसका व्यास पृथ्वी के व्यास का केवल एक -चौथाई है।

• चंद्रमा पृथ्वी से लगभग 3,84,400 किलोमीटर दूर है।

 

○ पूर्णिमा :- पूर्ण चंद्र को लगभग एक महीन में एक बार देख सकते हैं। यह पूर्ण चंद्रमा वाली रात या पूर्णिमा होती है।

 

 

○ अमावस्या : – 15 दिन के बाद हम इसे नहीं देख सकते। यह नये चंद्रमा की रात्रि या अमावस्या कहते हैं।

○ चन्द्रमा की भूमिका :- चन्द्रमा की कलाओं की हमारे सामाजिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका है।

उदाहरण – दिवाली अमावस्या के दिन मनाया जाता है। गुरु नानक जंयती पूर्णिमा पर मनाई जाती हैं।

 ☆ सूर्य के परावर्तित प्रकाश के कारण चंद्रमा दिखाई देता है।

☆ पृथ्वी चन्द्रमा के साथ सूर्य की परिक्रमा करता है।

 

○ नील आर्मस्ट्रांग :- पहले व्यक्ति थे , जिन्होंने 21 जुलाई 1969 को सबसे पहले चंद्रमा की सतह पर कदम रखा।

 

○ तारा :- कुछ खगोलीय पिंडे बड़े आकार वाले तथा गर्म होते है। ये गैसों से बने होते हैं। इनके पास अपनी उष्मा तथा प्रकाश होता है , जिसे वे बहुत बड़ी मात्रा में उत्सर्जित करते है ,इन खगोलीय पिंडो को तारा कहते है।

• सूर्य भी एक तारा है।

 

○ ध्रुव तारा :- प्राचीन समय में , लोग रात्रि में दिशा का निर्धारण तारों की सहयता से करते थे।

○ बियर या सप्तऋषि यह सात तारों का समूह है , जो की नक्षत्रमंडल अर्सा मेजर का भाग है।

 

○ सौर परिवार :- सूर्य , आठ ग्रह , उपग्रह तथा कुछ अन्य खगोलीय पिंड , जैसे क्षुद्र ग्रह एवं उल्कापिंड मिलकर सौरमंडल का निर्माण करते है। उसे हम सौर परिवार का नाम देते है।

 

○ सूर्य :- सौर परिवार का मुखिया सूर्य है , सूर्य सौरमंडल के केंद्र में स्थित है।

• सूर्य , सौरमंडल के लिए प्रकश एवं ऊष्मा का एकमात्र स्रोत है।

• सूर्य पृथ्वी से से लगभग 15 करोड़ किलोमीटर दूर है

○ हमारे सौरमंडल में आठ ग्रह हैं। सूर्य से दूरी के अनुसार , वे है : बुध शुक्र , पृथ्वी ,बृहस्पति , शनि , युरेनस , तथा नेप्च्यून।

 

○ बुध :- यह सूर्य का सबसे नजदीकी ग्रह है , यह सबसे छोटा व् सबसे हल्का ग्रह है। सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण -88 दिन

○ शुक्र :- यह पृथ्वी का निकटम , सबसे चमकीला और सबसे गर्म ग्रह है। इसे साँझ का तारा या भोर का तारा कहा जाता है। इसे पृथ्वी का भगिनी ग्रह कहते है। सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण -255 दिन

 

○ मंगल :- इसे लाल ग्रह खा जाता है , इसके दो उपग्रह हैं –फोबोस और डीमोस है। सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण –687 दिन

○ बृहस्पति :- यह सौरमंडल का सबसे ग्रह है। इसका उपग्रह ग्यानिमिड हैं। सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण –12 साल

 

○ शनि :- यह आकार में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। इसका उपग्रह टाइटन है। सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण – 29 साल

○ अरुण :- यह आकार में तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है। इसकी खोज 1781 ई. में विलियम हर्शेल द्वारा की गयी है। इसका उपग्रह टाइटेनिया है। सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण – 84 साल

 

○ वरुण :- यह सूर्य से सबसे दिर स्थित ग्रह है। इसका उपग्रह ट्राइटन है। सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण – 164 साल

○ पृथ्वी :- पृथ्वी आकार में पाँचवाँ सबसे बड़ा ग्रह है। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.30 झुका है। यह सौरमंडल का एकमात्र ग्रह है, जिस पर जीवन है। एकमात्र उपग्रह चन्द्रमा है। पृथ्वी क व्यास 6371 किलोमीटर है।

 

 

○ उपग्रह :- किसी ऐसे पिंड को जो अन्य पिंड की परिक्रमा करता है।

जैसे – चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है।

 

○ ग्रह :- कुछ खगोलीय पिंडों में अपना प्रकाश एवं ऊष्मा नहीं होती है। वे तारों के प्रकाश से प्रकाशित होते है। ऐसे पिंड ग्रह कहलाते है।

○ क्षुद्र ग्रह :- ग्रह के ही भाग हैं जो बहुत वर्ष पहले विस्फोट के बाद ग्रहों से टूटकर अलग हो गए। ये असंख्य छोटे पिंड भी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगते हैं इन पिंडो को क्षुद्र ग्रह कहते है।

 

○ उल्कापिंड :- सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले पत्थरों के छोटे-छोटे टुकड़ों को उल्कापिंड कहते हैं।

 

 

○ मानव निर्मित उपग्रह :-

• आर्यभट्ट भारत का सर्वप्रथम उपग्रह था।

• भारतीय उपग्रह इनसेट (INSAT)

• आई.आर.एस (IRS) तथा EDUSAT आदि।

• कृत्रिम उपग्रहो का उपयोग मौसम की भविष्यवाणी , दूरसंचार तथा सुदूर संवेदत में किया जाता है।

☆ मंगलयान :- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारत का पहला मंगल कक्षित मिशन-मंगलयान 5 नवम्बर 2013 को प्रेक्षेपित किया।

24 सितम्बर 2014 को मंगल के कक्षा में सफलता पूर्वक पहुँच गया।

•भारत प्रथम प्रयास में ही इस कार्य को करने वाला विश्व में पहला देश बना।

○ कल्पना चावला प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री थी।

 

 

 

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