अध्याय 5 : कोयला और पेट्रोलियम | Coal and Petroleum

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 कोयला और पेट्रोलियम क्या है। कोयला एवं पेट्रोलियम कैसे बनता है। प्राकृतिक संसाधन कोयला , पेट्रोलियम , प्राकृतिक गैस के उपयोग।

❍ प्राकृतिक गैस – (जिसे जीवाश्म गैस भी कहा जाता है। प्राकृतिक गैस का निर्माण तब होता है जब लाखों वर्षों में पृथ्वी की सतह के नीचे पौधों और जानवरों के पदार्थ की परतें तीव्र गर्मी और दबाव के संपर्क में आती हैं। पौधों को मूल रूप से सूर्य से जो ऊर्जा प्राप्त होती है, वह गैस में रासायनिक बंधों के रूप में संग्रहित होती है। प्राकृतिक गैस एक जीवाश्म ईंधन है

 

○ प्राकृतिक संसाधन :- प्राकृतिक संसाधन वे संसाधन हैं जो मानव जाति के कार्यों के बिना मौजूद हैं। ये संसाधन प्रकृति में असीमित मात्रा में उपस्थित है।  मानवीय क्रियाकलापों से समाप्त होने वाला नही हैं।

उदाहरण :- पृथ्वी में सूर्य के प्रकाश, वायुमंडल में वायु।

 

○ समाप्त होने वाले प्राकृतिक संसाधन :-

• प्रकृति में इन स्त्रोतों की मात्रा सीमित है।

• ये मानवीय क्रियाकलापों द्वारा समाप्त हो सकते है।

उदाहरण :- वन , वन्यजीव , खनिज , कोयला , पेट्रोलियम , प्राकृतिक गैस , आदि।

 

○ जीवाश्म ईंधन : इनका निर्माण सजीव प्राणियों के मृत अवशेषों (जीवाश्मों) से होता है ,जिन्हें जीवाश्म ईंधन कहते हैं।

 

 

❍ कोयले की कहानी :- लगभग 300 मिलियन वर्ष पूर्व पृथ्वी पर निचले जलीय क्षेत्रों में घने वन थे। बाढ़ जैसे प्राकृतिक प्रक्रमों के कारण , ये वन मृदा के नीचे दब गए।

○ उनके ऊपर अधिक मृदा जम जाने के कारण वे संपीडित हो गए । जैसे-जैसे ये गहरे होते गए उनका ताप भी बढ़ता गया।

 

 

○ कोयला :- उच्च दाब और उच्च ताप पर पृथ्वी के भीतर मृत पेड़-पौधे धीरे-धीरे कोयले में परिवर्तित हो गए। कोयले में मुख्य रूप से कार्बन होता है। मृत वनस्पति के , धीमे प्रक्रम द्वारा कोयले में परिवर्तन को कार्बनीकरण कहते हैं।  यह वनस्पति के अवशेषों से बना है अतः कोयले को जीवाश्म ईंधन भी कहते है।

 

○ कोक :- यह एक कठोर , सरंध्र और काला पदार्थ है।Vयह कार्बन का लगभग शुद्ध रूप है। कोक बहुत से धातुओं के निष्कर्षण में किया जाता है।

 

○ कोलतार :- यह एक अप्रिय गंध वाला काला गाढ़ा द्रव होता है।

• यह लगभग 200 पदार्थों का मिश्रण होता है।

• कोलतार का उपयोग औद्योगिक तथा उद्योगों के निर्माण में होता हैं।

• आजकल पक्की सड़को के निर्माण में कोलतार के स्थान पर एक पेट्रोलियम उत्पाद बिटुमेन का प्रयोग किया जाता है।

 

 

○ कोयला-गैस :- कोयले के प्रक्रमण द्वारा कोक बनाते समय कोयला-गैस प्राप्त होती है।

• यह कोयला प्रक्रमण संयंत्रों के निकट स्थापित किए जाते है

• बहुत से उद्योगों में ईंधन के रूप में उपयोग की जाती हैं।

• इसका उपयोग रोशनी के बजाय उष्मा के स्त्रोत के रूप में किया जाता है।

 

○ पेट्रोलियम :- ये ईंधन प्राकृतिक स्त्रोत से प्राप्त होते हैं जिसे पेट्रोलियम कहते है।

• पेट्रोलियम शब्द की उत्पत्ति पेट्रा (चट्टान) एवं ओलियम (तेल) से हुई है ।

• पेट्रोल का उपयोग हल्के स्वचालित वाहनों जैसे- मोटरसाइकिल , स्कूटर , और कारों में होता है।

 

○ पेट्रोलियम का निर्माण :- समुद्र में रहने वाले जीवों से हुआ। जब ये जीव मृत हुए, इनके शरीर समुद्र के पेंदे में जाकर जम गए और फिर रेत तथा मिट्टी की तहों द्वारा ढक गए। लाखों वर्षों में, वायु की अनुपस्थिति, उच्च ताप और उच्च दाब ने मृत जीवों को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस में परिवर्तित कर दिया।

○ पेट्रोलियम तेल और गैस की परत , जल की परत के ऊपर होता है।

○ तेल और गैस जल से हल्के होते है और इसमें मिश्रित नही होते।

 

 

○ पेट्रोलियम का परिष्करण :- पेट्रोलियम गहरे रंग के तेलीय द्रव है। इसमें विभिन्न संघटकों जैसे – पेट्रोलियम गैस , पेट्रोल , डीजल , स्नेहक तेल , पैराफिन मोम आदि का मिश्रण होता है।

○ पेट्रोलियम के विभिन्न संघटकों को पृथक करने का प्रक्रम परिष्करण कहलाता है।

 

 

❍ प्राकृतिक गैस :- प्राकृतिक गैस जीवाश्म ईंधन है , क्योंकि इसका परिवहन पाइपों द्वारा सरलतापूर्वक हो जाता है।

○ प्राकृतिक गैस को उच्च दाब पर संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG) के रूप में भंडारित किया जाता है।

• इसका उपयोग परिवहन वाहनों में ईंधन के रूप में किया जा रहा है।

• यह कम प्रदूषणकारी है। यह एक स्वच्छ ईंधन है।

• त्रिपुरा , राजस्थान, महाराष्ट्र , और कृष्णा गोदावरी डेल्टा में पाई जाती है।

 

 

○ भारत में पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ (PCRA) :-
• जहाँ तक संम्भव हो गाड़ी समान और मध्यम गति से चलाइए।

• यातयात लाइटों पर अथवा जहाँ आपको प्रतीक्षा करनी हो , गाड़ी का इंजन बंद कर दीजिए।

• टायरों का दाब और गाड़ी को नियमित रख-रखाव सुनिश्चित कीजिए।

 

 

 

 

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