अध्याय 6 : संचार माध्यमों को समझना

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 इस अध्याय में आप संचार माध्यमों के बारे में जानेंगे जिसके अंतर्गत रेडियो टीवी अखबार इंटरनेट इत्यादि आते हैं यह हमारे दैनिक जीवन पर किस प्रकार से प्रभाव डालते हैं और हम तक सूचनाएं किस प्रकार से पहुंचाते हैं

मीडिया अंग्रेजी के मीडियम शब्द का बहुवचन है और इसका तात्पर्य उन विभिन्न तरीकों से हैं जिनके द्वारा हम समाज में विचारों का आदान प्रदान करते हैं मीडिया का अर्थ माध्यम

जनसंचार माध्यम टीवी रेडियो और अखबार संचार माध्यमों के रूप है जिनकी पहुंच लाखों लोगों तक है देश और विदेश के जनसमूह तक है इसलिए इन्हें जनसंचार माध्यम या मास मीडिया कहते हैं

 

 

 संचार माध्यम और तकनीक

अखबार टेलीविजन और रेडियो लाखों लोगों तक पहुंच सकते हैं क्योंकि इनमें एक विशिष्ट प्रकार की तकनीक का उपयोग किया जाता है
जनसंचार माध्यम के इस्तेमाल में लाई जा रहे तकनीक निरंतर बदल रही है और मशीनों को बदलकर आधुनिकता बनाने से संचार माध्यमों को अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है  जनसंचार माध्यम में आज संपूर्ण विश्व को एक जुट कर दिया है
 

 

जनसंचार माध्यम और धन

जनसंचार के माध्यम वह तकनीक बहुत अधिक खर्चीली होती है जैसे टीवी स्टूडियो समाचार के स्टूडियो तथा अन्य लोगों का वेतन इसके परिणाम स्वरूप अधिकांश टीवी चैनल और समाचार पत्र किसी बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान का भाग होते हैं
जनसंचार माध्यम को अधिक धन की आवश्यकता होती है जिसके लिए वह निरंतर धन अर्जित करते हैं इसका एक तरीका विज्ञापन है जिससे जनसंचार माध्यम को धन की पूर्ति होती है
 

 

संचार माध्यम और लोकतंत्र

लोकतंत्र में जन संचार की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि घटनाओं पर चर्चा करने में इसका अहम योगदान है
उदाहरण के लिए संचार माध्यमों से नागरिक जान सकते हैं कि सरकार किस प्रकार का कार्य कर रही है यदि लोग चाहे तो समाचारों के आधार पर कार्यवाही भी कर सकते हैं मंत्रियों को पत्र लिख सकते हैं सार्वजनिक विरोध आयोजित कर सकते हैं हस्ताक्षर अभियान चला सकते हैं  इसलिए आवश्यक है की जनसंचार माध्यम सही जानकारी वह संतुलित रिपोर्ट प्रस्तुत करें

 

संतुलित रिपोर्ट 

संतुलित रिपोर्ट वह होती है किसी भी विषय पर हर दृष्टिकोण से चर्चा की जाती है फिर पाठकों को स्वयं अपनी राय बनाने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया जाता है स्वतंत्र संचार माध्यम से तात्पर्य है कि उनके द्वारा दिए जाने वाले समाचार को कोई भी नियंत्रित या प्रभावित ना करें

 

संचार माध्यम स्वतंत्र नहीं है इसके मुख्य दो कारण है

सरकार का उन पर नियंत्रण सेंसरशिप के द्वारा

व्यापारिक प्रतिष्ठानों का नियंत्रण धन के द्वारा
 

 

मसौदा तय किया जाना

कुछ खास विषय पर ध्यान केंद्रित करके संचार माध्यम हमारे विचारों भावनाओं और कार्यों को प्रभावित करते हैं और हमारा ध्यान उन मुद्दों की ओर आकर्षित करते हैं हमारे जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने और हमारे विचारों को निर्मित करने में मुख्य भूमिका होने के कारण ही प्राय यह कहा जा सकता है कि संचार माध्यम ही हमारा मसूदा या एजेंडा तय करते हैं
 

 

परंतु कई बार जनसंचार माध्यम महत्वपूर्ण विषय पर ध्यान केंद्रित करने में असफल रहते हैं जैसे कि पीने योग्य जल वह जरूरी समस्याएं परंतु इसके बजाय वह खेलकूद मनोरंजन जैसे विषयों पर अधिक ध्यान देते हैं

 

सेंसरशिप : सरकार की उस शक्ति अधिकार से है जिसके अंतर्गत सरकार कुछ विवरण प्रकाशित करने या प्रदर्शित करने पर रोक लगा सकती है

 

सार्वजनिक विरोध : इसमें विशाल संख्या में लोग एकजुट होकर किसी विषय पर खुले रूप से अपना विरोध प्रदर्शन करते हैं जैसे रैली आयोजित करना धरना देना सड़कों को अवरुद्ध करना

 

 

 

अध्याय 7 : हमारे आस पास के बाजार

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