राजस्थान के प्राकृतिक विभाग
1. पश्चिमी मरुस्थलीय भाग
क्षेत्रफल – 57.4 प्रतिशत
जनसंख्या – 30 प्रतिशत
प्रमुख जिले – गंगानगर, बीकानेर, पाली, जैसलमेर, बाड़मेर, चूरु, नागौर, सीकर, झुंझुनू, सिरोही
प्रमुख नदी – जबाई, लोनी, सुकड़ी, बंडी
2. अरावली श्रेणी एवं पहाड़ी प्रदेश
क्षेत्रफल – 9.3 प्रतिशत
जनसंख्या – 14 प्रतिशत
प्रमुख जिले – उदयपुर, डूंगरपुर, अजमेर, राजसमन्दर, चित्तौड़गढ़, जालौर, बांसवाड़ा
प्रमुख नदियां – माही, साबरमती, खारी, सुकड़ी, बाणगंगा, घंघर
3. पूर्वी मैदान
क्षेत्रफल – 23.3 प्रतिशत
जनसंख्या – 43 प्रतिशत
प्रमुख जिले – जयपुर, धौलपुर, टॉक, भरतपुर, दौसा, अलवर, सवाई, माधोपुर
प्रमुख नदी – बंडच, बजाई, गोलवा, मोरेल, बनास (उसकी सहायक नदी)
4. दक्षिण पूर्वी पठार
क्षेत्रफल – 10 प्रतिशत
जनसंख्या – 13 प्रतिशत
प्रमुख जिले – कोटा, बूंदी, झालावाड़
प्रमुख नदी – पार्वती, चंबल, कालीसिंध, चंबल की सहायक नदियां
राजस्थान की जलवायु
राजस्थान की जलवायु शुष्क मरुस्थलीय है भारतीय मानसूनी जलवायु की विशेषता भी राजस्थान में पाई जाती है जिसमें सबसे प्रमुख है ग्रीष्म ऋतु के उपरांत वर्षा का आगमन अरब सागर से उठी मानसूनी हवा का यह प्रभाव शुष्क मरुस्थलीय जलवायु होने के कारण गर्मी में अत्यधिक गर्म और सर्दियों में अत्यधिक ठंड पड़ती है इसके अलावा राजस्थान की जलवायु की अपनी विशेषता है यथा वर्षा का आगमन वितरण पूर्व से पश्चिम की ओर जाने के क्रम में वर्षा की मात्रा का कम होते जाना गर्मी में धूल भरी आंधी आ और जाड़े में कोहरा आदि
राजस्थान के प्रमुख जलवायु प्रदेश
तापमान और वर्षा की मात्रा के आधार पर राजस्थान राज्य को निम्नलिखित जलवायु प्रदेशों में विभक्त किया जाता है
1 शुष्क जलवायु
2 अर्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
3 उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
4 आर्द्र जलवायु प्रदेश
5 अति आर्द्र जलवायु प्रदेश
राजस्थान की ऋतु
राजस्थान के जलवायु के आधार पर पूरे वर्ष को तीन परंपरागत ऋतुओ में बांटा गया है
1 ग्रीष्म ऋतु ( मार्च से मध्य जून )
2 वर्षा ऋतु ( मध्य जून से सितंबर )
3 शीत ऋतु ( अक्टूबर से फरवरी )