अध्याय :13 चुंबकों द्वारा मनोरंजन

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 ❍ प्राचीन यूनान गड़रिए मैग्नस ने चुम्बक की खोज की । गड़रिए के नाम पर उस पत्थर को मैग्नेटाइट नाम दिया। मैग्नेटाइट में लोहा होता है।

❍ चुंबक एक ऐसा पदार्थ है जो कि लोहा और चुंबकीय पदार्थों को अपनी ओर आकर्षित करता है वह चुंबक कहलाता है |

 

❍ प्राकृतिक चुंबक :- प्रकृति में पाए जाने वाले चुंबक को प्राकृतिक चुंबक कहते हैं।

उदाहरण :- प्राकृतिक चुंबक का नाम मैग्नेटाइट है।

 

❍ कृत्रिम चुंबक :- लोहे के टुकड़े से बनाए जाने चुंबक को कृत्रिम चुंबक कहते हैं।

उदाहरण :- छड़ चुंबक , गोलंत चुंबक , नाल चुंबक ।

 

 ❍ चुंबकीय पदार्थ :- जो पदार्थ चुंबक की ओर आकर्षित होते हैं , वे चुंबकीय पदार्थ कहलाते हैं।
जैसे :- लोहा , निकिल एवं कोबाल्ट ।

❍ अचुबंकीय पदार्थ :- जो पदार्थ चुंबक की ओर आकर्षित नही होते , वे अचुबंकीय पदार्थ कहलाते हैं।
जैसे :- कपड़ा , लकड़ी , चमड़ा ,प्लास्टिक ।

 

 

 ❍ चुंबक के दो ध्रुव 

उत्तरी ध्रुव :- पहला सिरा उत्तरोंन्मुखी अथवा उत्तरी ध्रुव कहलाता है।

दक्षिणी ध्रुव :- दूसरा सिरा दक्षिणोन्मुखी अथवा दक्षिणी ध्रुव कहलाता है।

 

❍ प्राचीन काल मे यात्री एक प्राकृतिक चुंबक यात्रा पर अपने साथ ले जाते थे जिसे धागे से लटका कर दिशा-निर्धारण करते थे ।

❍ दिकसूचक :- दिशा का निर्धारण करने के लिए प्रयोग किया जाता हैं।

 

❍ आकर्षण :- दो चुंबकों के आसमान (अलग-अलग) ध्रुव एक-दूसरे को आकर्षित करती हैं।

चुंबक के दोनों सिरों पर अधिक आकर्षण शक्ति होती हैं।

 

❍ प्रतिकर्षण :- दो चुंबकों के समान ( एक जैसा ) ध्रुव में परस्पर प्रतिकर्षण होता हैं।

❍ चुंबक से लौह पदार्थों के घटक को मिश्रण से अलग किया जा सकता हैं।

 

 

 

अध्याय: 14 जल

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