∆ भौगोलिक परिचय
• समुद्रतल से ऊँचाई – 53 मी (173 फीट)
• भौगोलिक स्थिति – भारत के पूर्वी भाग में
• जलवायु – उष्ण मानसूनी
• औसत वर्षा – 112 सेमी
• सर्वाधिक वर्षा वाला जिला – किशनगंज
• न्यूनतम वर्षा वाला जिला – औरंगाबाद
• राज्य में सर्वाधिक पाए जाने वाले वन – पर्णपाती
• सर्वाधिक सिंचित क्षेत्र वाला जिला – शेखपुरा (82%)
• न्यूनतम सिंचित क्षेत्र वाला जिला – जमुई (16%)
∆ जनांकिकी परिचय (जनगणना 2011)
• कुल जनसंख्या – 10,40,99,452
• पुरुष जनसंख्या – 5,42,78,175 (52.14%)
• महिला जनसंख्या – 4,98,21,295 (47.86%)
• देश की कुल जनसंख्या का प्रतिशत – 8.6%
• जनसंख्या के अनुसार देश में क्रम – तीसरा (प्रथम उत्तर प्रदेश व दूसरा महाराष्ट्र )
• जनसंख्या वृद्धि (2001-11) – 25.4% (छठे स्थान पर)
• सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला – पटना
• न्यूनतम जनसंख्या वाला जिला – शेखपुरा
• सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि – मधेपुरा (31.12%)
• न्यूनतम जनसंख्या वृद्धि – गोपालगंज (18.02%)
• जनसंख्या घनत्व – 1,106 (पहले स्थान पर )
• सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला जिला – शिवहर (1,880)
• न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाला जिला – कैमूर (488)
बिहार राज्य का चिन्ह
∆ राज्य का प्रतीक चिन्ह
[दो छोटे स्वास्तिक के बीच स्थित बोधिवृक्ष को बिहार सरकार ने आधिकारिक तौर पर प्रतीक चिन्ह के रूप में स्वीकार किया है]
∆राजकीय वृक्ष : पीपल
‘पीपल’ को बिहार के राजकीय वृक्ष का दर्जा दिया गया है। पीपल के वृक्ष के नीचे ही निरंजना नदी के तट पर महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी , इसलिए सरकार ने पीपल की महत्ता को स्वीकार किया। पीपल वृक्ष के सभी भाग ; जैसे – जड़ , तना , पत्ती , छाल तथा फल आदि सभी उपयोगी है। इसके पके हुए फल ह्रदय संबंधित बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल लाए जाते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम फिकस रेलीगोसा है।
∆ राजकीय पक्षी : घरेलू गौरैया
‘घरेलू गौरैया’ ( House sparrow) बिहार का राजकीय पक्षी है। ये मुख्य रूप से सड़को के किनारे पेड़ों या तारों एवं घरों पर बैठे दिखाई देते हैं। यह एक बौना पक्षी है। इसका वैज्ञानिक नाम पासर डोमेस्टिकस है।
∆ राजकीय पुष्प : गेंदा
गेंदा बिहार का राजकीय पुष्प है। गेंदा उपोष्ण कटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय मौसम में मुख्य रूप से देखने को मिलता है। इसका वैज्ञानिक नाम टैगेट्स है।
∆ राजकीय पशु : बैल
बैल बिहार राज्य का राजकीय पशु घोषित किया गया है। बैल गो-प्रजाति का पशु है। बैल भारत के सभी भागों में पाया जाता है। यह मुख्यत: का सदाबहार , पर्णपाती तथा पहाड़ी क्षेत्रों का पालतू पशु है। इसका वैज्ञानिक नाम बोस टॉरस